भगवान, ईश्वर, अल्लाह, गॉड God, गुरु, परमात्‍मा कौन है, कहॉं है, कैसे है ?

तो दोस्तों आज एक और इंपॉर्टेंट टॉपिक पर हम बात करने वाले हैं जो बाकी टॉपिक से थोड़ा अलग है जो कि आपके माइंड लेवल को पूरी तरह चेंज करने वाला है और आपकी थिंकिंग पावर पर बहुत ज्यादा इंपैक्ट करने वाला है तो आज का भगवान, ईश्वर, अल्लाह, गॉड God, या गुरु यह सब कौन है कैसे हैं और कहां है यह क्वेश्चन हमारे माइंड में हमेशा आता है कि भगवान है या नहीं है है तो कहां है कैसे दिखते हैं कहां मिलेंगे यह क्वेश्चन हमारे माइंड में हमेशा आता है इन सारे क्वेश्चन के आंसर आपको टॉपिक के एंड में मिलने वाले हैं। पूरे कंसंट्रेशन के साथ इस टॉपिक को पढ़िए तो आपको समझ में आ जाएगा तो चलिए शुरू करते हैं।
   
  पूरी दुनिया में 12 धर्म है और सभी धर्मों में एक कॉमन बात कही गई है कि इस दुनिया को चलाने वाली या हमें चलाने वाली कोई ना कोई एनर्जी है तो उस एनर्जी का नाम क्या है तो सभी लोगों ने इसे अलग-अलग नाम दिया है जैसे कि भगवान, अल्ला, गॉड, ईश्वर या गुरु और इसी के आधार पर जो है सभी अलग-अलग धर्मों की स्थापना हुई है, तो यह जो एनर्जी है इसे हम परमात्मा भी कह सकते हैं।

 तो इस परमात्मा की बात करूं या इस एनर्जी की बात करूं तो सभी धर्मों में एक और कॉमन बात कही है कि, सभी धर्मों को चलाने वाली जो एनर्जी है वह एक ही है, हमें कैसे पता चला यह सब तो इसके कुछ संदेशवाहक थे यानी कुछ मैसेंजर्स थे जिनसे हमें पता चला तो सबसे पहले जो मैसेंजर थे वह थे, हजरत इब्राहिम, हजरत इब्राहिम जी ने परमात्मा को कैसे फील feel किया, तो इन्होंने जो है परमात्मा को एक लाइट यानी कि प्रकाश के रूप में फील किया

 और इसके आधार पर इन्होंने यहूदी ईसाई और इस्लाम धर्म की स्थापना की ईसाई जिन्हें हम लोग कहते हैं क्रिश्चियन जिन्हें आप और हम अच्छी तरह जानते हैं, आगे हम लोग देखे तो इसके बाद  जुरूआस्त्र जी आए, अब इन्होंने परमात्मा को कैसे अनुभव किया तो इन्होंने परमात्मा को फायर (आग) और प्रकाश के रूप में अनुभव किया और इसी के आधार पर इन्होंने पारसी धर्म की स्थापना की।


 आगे हम लोग बात करें तो इसके आगे आए थे हजरत ईसा जी, हजरत ईसा जी ने परमात्मा को कैसे अनुभव किया, तो उन्होंने परमात्मा को God is light के रूप में अनुभव किया तो इनके जो शिष्य थे इनके शिशु को जो शिक्षा मिली उन शिक्षाओं को इन्होंने लिपिबद्ध कर लिया और लिपिबद्ध करके क्या किया इन्होने उस नॉलेज को बाइबल के रूप में प्रस्तुत किया जो बहुत ही नॉलेजेबल और बहुत ही पवित्र किताब है।

 इसके बाद अगर हम लोग देखे तो जो आए थे, हजरत मोहम्मद पैगंबर साहब इनको जो है बाकी लोगों से जो शिक्षा मिली और परमात्मा का जो साक्षात्कार हुआ उसके आधार पर इन्होंने भी जो वो नॉलेज था उसे कुरान के रूप में प्रस्तुत किया कुरान एक किताब है जिससे आप भली-भांति परिचित होंगे जोकि बहुत पवित्र किताब है जिससे हमें बहुत सारा नॉलेज मिलता है, 

इसके बाद श्री गुरु नानक देव जी आए इन्होंने जो है परमात्मा को एक ओंकार के रूप में बताया कि जो परमात्मा है वह एक ओंकार मतलब एक ही है और इनके शिशु को जो शिक्षा मिली उसको उन्होंने लिपिबद्ध कर लिया और लिपिबद्ध करके एक ग्रंथ दिया जिससे अपन गुरु ग्रंथ कहते हैं तो यहां से हम लोगों को मिला गुरु ग्रंथ जिसमें बहुत सारा नॉलेज है।

 इसके बाद हम लोग बात करते हैं श्री कृष्ण जी के बारे में श्री कृष्ण जी ने जो हमें महाभारत युद्ध के दौरान ज्ञान दिया था उस ज्ञान को जो है लिपिबद्ध किया गया और लिपिबद्ध करके श्रीमद्भगवद्गीता या पुराण प्रस्तुत किया गया जिसमें ज्ञान का बहुत ज्यादा भंडार है।


     तो श्रुति और स्मृति मतलब की सुनी गई और याद रखी गई बातों के आधार पर यहां पर हिंदू धर्म आया इस तरह से हम लोगों ने देखा कि कितने धर्म आए कैसे कैसे धर्म आए और अध्यात्मा को समझने के लिए भगवान को समझने के लिए या उस परमात्मा को समझने के लिए हमें कितनी सारी किताबें दी गई है जिन्हें हम लोग समझ सकते हैं।
                                     अब हम लोग आते हैं हमारे क्वेश्चंस के ऊपर तो हमारा क्वेश्चन यह था कि भगवान कौन है पहला क्वेश्चन तो यह था तो सारे धर्मों में बताया गया है कि भगवान एक प्रकार से एनर्जी हैं लाइट (light) है,
     दूसरा क्वेश्चन हम लोग बात करें तो भगवान कैसे हैं तो हमने बोला था कि उस एनर्जी को हम परमात्मा भी कह सकते हैं] परमात्मा का मीनिंग क्या है परमात्मा का मीनिंग है परम का मीनिंग हम लोग यहां पर क्या समझते हैं परम का मीनिंग यहां पर होता है सर्वोच्च याने जिसके ऊपर कोई नहीं  और दूसरा वर्ड है आत्मा तो हम लोगों ने यहां पर 2 वर्ड देखे परमात्मा के परम और आत्मा परम मींस सर्वोच्च जिसके ऊपर और कोई नहीं और आत्मा का मीनिंग क्या होता है, क्या हमने कभी आत्मा को देखा है नहीं तो जब हम लोगों ने आत्मा को नहीं देखा है तो हम लोग परमात्मा को कैसे देख सकते हैं तो दूसरे क्वेश्चन का आंसर है कि परमात्मा का कोई आकार नहीं होता है परमात्मा जो है निराकार है आपने सुना होंगा।


                               तीसरा क्वेश्चन है हम लोगों का कि परमात्मा कहां है तो हम लोगों ने बात की की पूरी दुनिया जो है किस से चल रही है एनर्जी से चल रही है पूरी दुनिया में ऐसा कोई भी पार्ट नहीं है जहां पर एनर्जी नहीं है तो हम लोग कह सकते हैं भगवान कहां है तो भगवान हर जगह है।
                                 तो अब भगवान को कैसे देखें तो भगवान देखने वाली चीज नहीं है भगवान महसूस करने वाली चीज है एनर्जी को हम लोग फील कर सकते हैं एहसास कर सकते हैं उसका तो हम लोगों को यहां पर सारे क्वेश्चंस के आंसर मिल चुके हैं।

तो अगर आप इस ब्‍लाॅॅग का विडियो देखना चाहते हैै तो नीचे दिए गए लिंक पर क्ल्कि करें – 

           THANKS FOR READING

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