तो दोस्तो आज हम बात करने वाले है एटीट्यूड के बारे में ,एटीट्यूड वर्ड हमारे लाइफ का इतना कॉमन वर्ड हो चुका है हम इसे पर डे हम अपने फ्रेंड्स से फैमिली से और हमारे सोसाइटी से पर डे सुनते ही सुनते ही सुनते है, और हम खुद भी इसे पर डे यूज करने लगे है। तो चलिए एटीट्यूड का मीनिंग समझते है, तो एटीट्यूड का हिंदी मीनिंग होता है “रवैय्या/नज़रिया” हम अगर इसे और अच्छे तरीके से समझें, तो किसी सिचवेशन में हम किस टाइप से बिहेव करतें है,या किसी सिचिवेशन को हम किस टाइप से हैंडल करते है, तो उसी को हम लोग कहते है एटीट्यूड।
एटीट्यूड को और भी गहराई से समझने के लिए, इसे हम लोग एक स्टोरी के द्वारा समझते हैं l
राम और श्याम बहुत अच्छे फ्रेंड होते है उनका बचपन साथ में बीता है, और वह स्कूल भी साथ–साथ गए है और उनकी कॉलेज लाइफ भी साथ–साथ ही बीती है। अब दोनो बड़े हो गए है और एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करने लगे हैं, दोनो मेहनती बहुत होते है इसलिए बहुत अच्छी पोस्ट पर होते है।
एक दिन उनके ऑफिस में एक बहुत ही ज्यादा इंपोर्टेंट मीटिंग होती है ,अब मीटिंग में इतना समय चला जाता है की दोनों को लंच करने का टाइम ही नहीं मिलता है। अब जैसे ही मीटिंग खत्म होती है भूख के मारे वह दोनो दौड़े–भागे एक रेस्टारेंट की ओर जाते है और वहा जाकर राम अपने लंच का ऑर्डर देता है और श्याम अपने लंच का ऑर्डर देता है, राम को पता था कि लंच आने में अभी थोड़ा समय लगेगा, तो वह अपने बैग से एक किताब निकलता और पढ़ने लगता है।वही श्याम, जैसे ही लंच लेट होने लगता तो वह टेबल पर मुक्के मारता है, उसका फेस रेड हो चुका का हैं गुस्से से क्युकी उसे बहुत ज्यादा भूख लगी है।
अब थोड़ी देर बाद उनका लन्च आता है, और गलती से वेटर के हाथो लंच उनके कपड़ों के उपर गिर जाता है। वेटर बोलता है सर सॉरी,सॉरी,सॉरी ये मैने जान बूझकर नही गिराया मुझसे गलती से गिर गया मुझे माफ कर दीजिए ,तो राम कहता है कोई बात नहीं , मुझे पता हैं ये आपके हाथो गलती से गिर गया आपने जानबूझकर नहीं गिराया है मैं इसे क्लीन कर लूंगा, लेकिन वही श्याम को इतना ज्यादा गुस्सा आता है की वह वेटर पर बहुत ज्यादा गुस्सा निकलता है वह गुस्से से आग बबूला हो जाता हैं, और उस वेटर पर एक थप्पड़ मार देता है और अब वहा की सिचवेशन आउट ऑफ कंट्रोल हो जाती है।
इस स्टोरी के थ्रू हमने समझा की एटीट्यूड टू टाइप का होता है एक पॉजिटिव एटीट्यूड और एक नेगेटिव एटीट्यूड, पॉजिटिव एटीट्यूड जो होता है वह राम का होता है, और नेगेटिव एटीट्यूड जो होता है वह श्याम का होता है। तो जो पॉजिटिव एटीट्यूड वाले व्यक्ति होते है ,जब इनके लाइफ में कोई प्रोब्लम आती है ,तो ये सिर्फ और सिर्फ प्रॉब्लम पर फोकस नहीं करते यह उस प्रोब्लम के सॉल्यूशन पर फोकस करते है, लेकिन जब नेगेटिव एटीट्यूड वाले व्यक्ति के लाइफ में जब भी कोई प्रोब्लम आती है तो वह सिर्फ और सिर्फ प्रॉब्लम पर ही फोकस करतें है नाकी उसके सॉल्यूशन पर इसलिए उसके लाइफ में प्रोब्लम बनी रहती है। पॉजिटिव एटीट्यूड वाले व्यक्ति के बारे में बात करें तो जब यह किसी फंक्शन में जाते है किसी व्यक्ति से मिलते है तो वहा पर उस फंक्शन में और उस व्यक्ति में सिर्फ और सिर्फ अच्छाइयां ढूंढते है, जबकि नेगेटिव एटीट्यूड वाले व्यक्ति किसी फंक्शन में जाते है और किसी व्यक्ति से मिलते है तो वहा पे उस फंक्शन में और उस व्यक्ति में सिर्फ और सिर्फ कमिया ही ढूंढते है

तो अब हमे यहां समझने की जरूरत है लॉ ऑफ़ डोमिनेंट तो लॉ ऑफ़ डोमिनेट कहता हैं की जैसा हम लोग सोचते हैं, जैसा हम लोग बोलते हैं हम लोग वैसे ही बनते चले जाते है।
तो कोई व्यक्ति अपने लाइफ में सिर्फ और सिर्फ नेगेटिव सोचता है, सिर्फ और सिर्फ नेगेटिव बोलता हैं, तो उसकी लाइफ नेगेटिविटी की ओर मूव कर जाती है,अगर कोई व्यक्ति हमेशा अपने लाइफ पॉजिटिव सोचता और पॉजिटिव बोलता हैं, तो उस व्यक्ति की लाइफ पोजोटिविटी की ओर मूव कर जाती हैं।
अब हमारे माइंड में सवाल आता है की सर ये पॉजिटिविटी को डेवलप्ड कैसे करें ? तो कुछ टिप्स है जिन्हे हम फॉलो करके हम पॉजिटिव एटीट्यूड डेवलप्ड कर सकते हैं।
1). रीडिंग –
रीडिंग करना बहुत जरूरी हैं, रीडिंग करने का कोई स्पेसिफिक टाइम नहीं होता हैं लेकिन जो हमारा माइंड है वो प्रोगराम होता हैं मॉर्निंग में और नाइट में जब हम लोग सोते है। तो हमे क्या करना चाहिए, की जैसे हम लोग मॉर्निंग में उठते है तो हमे कुछ अच्छी किताबो के कुछ अच्छे पेजेस पढ़ने चाहिए। और यही चीजे हमे रात में भी रीपीट करनी चाहिए जब हम लोग सोते हैं, इससे क्या होंगा हमारे बॉडी में हमारे माइंड में पॉजिटिविटी मूव करेंगी।
2). यूज मोटिवेशनल वीडियो एंड ऑडियो –
आज के समय में ऑडियो और वीडियो बेस्ट तरीका है पॉजिटिविटी गैन करने का। जिस तरह हमे अच्छे दिखने के लिए नहाना जरूरी है, उसी प्रकार अगर हमे हमेशा पॉजिटिव रहना है तो हमे कुछ न कुछ पॉजिटिविटी हमारे अंदर डालनी होंगी। तो इसके लिए मोटिवेशनल ऑडियो और वीडियो हमारे लिए एक बहुत अच्छा तरीका है।
3). ज्वाइन पॉजिटिव कम्युनिटी –
जब भी कोई पॉजिटिव कम्युनिटी ज्वाइन करने की बात आती हैं तो इसके लिए लगता हैं पैसा, और जब भी सिखने के लिए पैसा खर्च करने की बात आती है तो हम लोग बहुत ज्यादा पीछे हट जाते हैं। हम लोग मूवी पर पर पैसा खर्च कर सकते हैं,अपने दोस्तों पर पैसा खर्च कर सकते है या अपने कपड़ों पर पैसा खर्च कर सकते लेकिन जब सीखने की बात आती है तो हम लोग पीछे हट जाते है। अगर हमे लाइफ में सक्सेस चाहिए या कुछ अच्छा हासिल करना है ,पॉजिटिव एटीट्यूड डेवलप करना है तो हमे सीखने पर पैसा खर्च करना ही करना होगा। तो अगर आपके आस–पास कोई कम्युनिटी हो ऐसे तो आप उसे ज्वाइन कर सकते हो, या नही हैं तो आप ऑनलाइन प्लेटफार्म की तरह मूव कर सकते हो, बहुत सारे ऐसे ऑनलाइन प्लेटफार्म है जहां पर बहुत पॉजिटिव कम्युनिटी डेवलप की गई है, जिसे ज्वाइन करके आप भी पॉजिटिव एटीट्यूड डेवलप कर सकते हैं।

4). फॉलो सक्सेसफुल पीपल रूटीन –
जो सक्सेस लोग है हमे उनकी रुटीन को फॉलो करना है ऐसा करके हम लोग भी सफल बन सकते है। हम लोग भी लाइफ में सफल होना चाहते है लेकिन अभी तक नही हुए कारण क्या है हमारी रुटीन जो लोग सफल हुए हैं उनका रीज़न क्या है सफल होने का? तो वो है एक अच्छी रुटीन, तो क्यू ना उसे फॉलो करे हम लोग, तो हम भीं लाइफ में सफल हो सकतें हैं।
तो हम लोग यहां बात करे की इन टिप्स को फॉलो करके होंगा क्या? तो जब हम लोग इन टिप्स को फॉलो करेंगे तो हमारे माइंड में सिर्फ और सिर्फ पॉजिटिव थॉट ही आयेंगे , और जब हमारे माइंड में पॉजिटिव थॉट आयेंगे तो जो हमारे वर्ड रहेंगे,तो वो भी पॉजिटिव ही रहेंगे, तो हमारे जो एक्शन रहेंगे वो भी पॉजिटिव ही रहेंगे और जब हम पॉजिटिव एक्शन लेने लगेंगे तो हमारे लाइफ में हमारे रिजल्ट भी पॉजिटिव ही आयेंगे।
अगर इस टॉपिक को हम एक लाइन में समाप्त करें तो हम कह सकते है की, “पॉजिटिव एटीट्यूड = सक्सेस” मतलब जिस व्यक्ति के लाइफ में पॉजिटिव एटीट्यूड होंगा उसकी लाइफ में सक्सेस आयेगी ही आएगी।
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