Discussion On Topic – How To Make Good Habits ||
तो हमने पार्ट 1 में देखा था की अच्छी आदतें तीन प्रोसेस से होकर गुजरती है–
1). व्हाय
2). रूटीन
3). रिवार्ड
तो आज हम बात करने वाले हैं की अच्छी आदत बनाने के आसान तरीकों के बारे में ।
लेकिन इससे पहले में समझना होगा कि हमारा ब्रेन कैसे काम करता है।
तो ब्रेन 2 प्रकार से काम करता हैं–
1). कॉन्सियस।
इसको हम लोग एक स्टोरी के थ्रू समझते है ,हम लोगों ने देखा है , एक छोटा
बच्चा होता है उसे ब्रश करने की जरा भी इच्छा नही होती है , लेकिन उसकी
मदर उसे डाट के डेली ब्रश करवातीं है और कहती है, की अगर तुम ब्रश नहीं करोंगे
तो तुम्हारे दांत खराब हो जाएंगे, और अगर तुम ब्रश करोंगे तो तुम्हारे दांत
कभी खराब नहीं होंगे। तो अब यहां बच्चे को व्हाय क्लियर होता है की उसे
ब्रश क्यों करना हैं? अब उसकी मदर इस आदत को उसके रूटीन में शामिल
कर देती है। और धीरे–धीरे उस बच्चे को नजर आता है की जो लोग ब्रश नहीं
करते उनके कंपैरिजन में उसके दांत अच्छे दिखते हैं।
तो इस स्टोरी में जो बच्चे की रूटीन थी जहां जबरदस्ती ब्रश करवाया जा रहा था ,
वहां उसका कॉन्सियस माइंड काम करता है।लेकिन धीरे–धीरे बच्चा जैसे हि बड़ा होता है
उसे किसी भी डाट की कोई जरूरत नहीं पड़ती,किसी भी इंटरेक्शन की
जरूरत नहीं होती हैं क्योंकि उसकी जो आदत है वो उसके सबकॉन्सीयस माइंड
में चली गई है और अब उसे किसी भी डाट या इंस्ट्रक्शन की कोई जरूरत
नहीं है वह आदत अपने आप होती है।
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तो यहां हम कुछ टेक्निक समझते हैं जिसकि मदद से हम लोग अच्छी आदत बना सकते है –
1).प्री प्लानिंग
अगर आप सुबह पांच बजे उठने की आदत बनाना चाहतें हैं, तो आपको सोने
से पहले एक कागज पर सारी चीजे लिख लेना है ,की सुबह कितने
बजे उठना है, उठ के करना क्या है ,कितनी देर करना है और किसके
साथ करना है ? इससे होंगा ये की ये सारी इनफॉर्मेशन आपके सबकॉन्सियस
माइंड में चली जायेंगी, और जब हम सो जाते है तो हमारा सबकॉन्सियस माइंड
काम रता है ,तो अगर हम उसे ये सारी इनफॉर्मेशन देंगे तो वो हमे सुबह उठा देगा।
2). पॉजिटिव इनवायरमेंट
अगर आपको सुबह उठके एक्सरसाइज करनी है, तो उसके लिए आपको पॉजिटिव
इनवायरमेंट क्रिएट करना होंगा ,जैसे एक्सरसाइज के इक्विपमेंट रखे होने
चाहिए ,प्रॉपर लाइट होनी चाहिए , और म्यूजिक की व्यवस्था होनी चाहिए l लेकिन
वहा पर कोई भी ऐसी चीज नहीं होनी चाहिए जो आपको डिस्ट्रैक्ट करें ,
जैसे की मोबाइल ,T.V. , या गेमिंग डिवाइस।
3). लिंक योर हैबिट्स
आपको आपकी नई आदतों को आपकी पुरानी आदतों के साथ लिंक करना है ,
अब आपकी पुरानी आदत है उठना और एक्सरसाइज करना
लेकिन आप चाहते हो की आपकी एक नई आदत हो, वो है रीडिंग
करने की वो आपको उसमे इंक्लूड करनी होंगी ।
तो आपको क्या करना है आपको डिसाइड करना हैं की
एक्सरसाइज करने से पहले पर डे आपको एक पेज पढ़ना ही पढ़ना है ,
तो इस आदत को बनने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा।
4). स्टार्ट स्माल
अगर ऐसा किए जाने के बाद भी आपकी आदत नहीं बन पाती है तो उसके लिए लास्ट टेक्निक है –
5). सेल्फ पेनिशमेंट
अगर आप अपनी आदत नही बना पा रहे हो तो, आपको डिसाइड कर
लेना है जैसा की आपको सुबह पांच बजे उठना हैं और अगर आप नहीं उठ
पाते हो तो आपको अपने आपको पनिश करना हैं ,की आप दिन भर मोबाइल
नहीं चलाएंगे ,क्युकी आज ज्यादातर लोग अपना ज्यादातर समय मोबाइल
के साथ बिताते है तो आपको डिसाइड करना है की आप सुबह पांच
बजे नहीं उठोगे तो आप दिन भर मोबाइल नहीं चलावोंगे।
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