Personality Development Course | DRx Devesh Pal

Personality Development Course : हम बात करने वाले है बॉडि
लेंगवेज के बारे मे इसके पहले वाले टॉपिक मे हमने बात की थी,पिछले टॉपिक में भी हमने बात की थी
बॉडी लैंग्वेज के बारे में बॉडी लैंग्वेज के कुछ पार्ट्स के बारे में मैंने बात की थी अगर हम उन्हें इंप्रूव कर लेते हैं
Personality Development Course
Personality Development Course | DRx Devesh Pal

Discuss On Topic : Personality Development Course 

 तो दोस्‍तो मै  हम बात करने वाले है बॉडि
लेंगवेज के बारे मे इसके पहले वाले टॉपिक मे हमने बात की थी,पिछले टॉपिक में भी हमने बात की थी
बॉडी लैंग्वेज के बारे में बॉडी लैंग्वेज के कुछ पार्ट्स के बारे में मैंने बात की थी अगर हम उन्हें इंप्रूव कर लेते हैं
तो हमारी बॉडी लैंग्वेज बहुत अच्छे से इंप्रूव हो सकती है हम लोगों ने कल सिर्फ और सिर्फ फेस के
बारे में बात की थी। तो अभी तो पूरी बॉडी बाकी है तो चलिए इसे स्टार्ट करते हैं, तो बॉडी लैंग्वेज की
अगर बात करें तो सबसे पहले बात करते हैं आईलीड की, 
Discuss On Topic : Personality Development Course 

Important Facts Of : Personality Development Course 

आईलीड

Personality Development Course | Eyelid
Personality Development Course | Eyelid
इसे जो है हम पीछे टॉपिक में लेना भूल गए थे इसके बारे में बात नहीं की थी, आई लीड का यूज करके हम
अपनी बातों की वैल्यू को बढ़ा सकते हैं।अब क्वेश्चन आता है कि कैसे? तो जब भी आप कहीं बाहर जाते हो,
या कोई आपका अपना आप से बोल नहीं पाता, इमोशनली दुखी रहता है या बहुत खुश रहता  है या
बहुत टेंशन में रहता है, तो आप उसे अपनी आईलिड के सहारे सांत्वना देते हैं की, मैं हूं
आपकी सारी प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए।
तो एक भरोसा जो है यह कायम होता है, आप सामने वाले को भरोसा देते हो की एक ट्रस्ट दिलाते हो की
आप उसके साथ हो।आपसे कुछ कहते नहीं हो सिर्फ और सिर्फ अपनी बॉडी लैंग्वेज से उसे यह उसे बताते हो।
आई लीड के सहारे आप किसी स्पेशल पर्सन को भी इंप्रेस कर सकते हो। तो आईलिड के सहारे ही आप
अपनी बात सामनेवाले तक पहुंचा देते हो और उसका ट्रस्ट जीत सकते हो। 
फेस एक्सप्रेशन – 
Personality Development Course | Face Expressions
Personality Development Course | Face Expressions
   यह बहुत ज्यादा जरूरी होता है जब आप पूरी बॉडी लैंग्वेज यूज कर रहे हो अगर आपके फेस से कोई
एक्सप्रेशनस नहीं है तो आपकी पूरी बात खराब हो जाएगी, आप की वैल्यू खराब हो जाएगी जैसे कि,
अगर आप बहुत दुखी हो और आप किसी से बात करो तो आप कैसे बात करोगे, आप थोड़ा सेंटी
सा फेस बनाओगे और बोलोगी कि हां, मुझे पता चला कि आपके घर में थोड़ी
प्रॉब्लम चल रही है टेंशन मत लो मैं आपके साथ हूं। 

यह भी पढे: Brain और Mind मे क्‍या अंतर है ?

अगर आप किसी फंक्शन में ही गए हो और सामने वाले से मुस्कुराते हुए हंसते हुए बोलोगे,
अरे यार बहुत मजा आया मेरी फैमिली को भी बहुत मजा आया मेरे फ्रेंड्स लोगो को ने
भी बहुत मजा किया सब कुछ बहुत अच्छा था हमने बहुत मजे किए मुझे सारे लोग बोल रहे थे
वॉव यार कितनी अच्छी जगह गया थी कितने अच्छे लोग थे बहुत अच्छी फैमिली थी मजा आया बहुत एंजॉय किया।
Personality Development Course | Anger
Personality Development Course | Anger

       और अगर गुस्से वाले मूड की बात करें तो गुस्सा होकर ऊंची आवाज में सामने वाले से कहते हैं

कि तुम्हें जब पता नहीं कि 5:00 बजे क्लास होती है तो क्यों नहीं आते हो,

क्यों नहीं आते हो टाइम पर तो ये होता है गुस्से वाला फेस। तो अगर आप फेस एक्सप्रेशन

को अच्छे से यूज नहीं करेंगे तो आपके बातो की वैल्यू नहीं होंगी। अगर आप सोचो कि

कोई दुख की बात है और कोई बंदा आपको वह बात खुश हो कर बता रहा हो तो वो

कैसा लगेगा तो वहां आप की वैल्यू खराब हो जाएगी। तो आप जब भी कोई बात

किसी से कह रहे हो तो उसके साथ में आपको फेस एक्सप्रेशंस का यूज भी करना है।

यह भी पढे: Unhappy और Happy लाेेगो में क्‍या अंतर है?

अब हम फेस एक्सप्रेशंस के बारे में बात कर चुके और फेस के पार्ट्स के बारे में भी बात कर चुके हैं

अब हम बात करने वाले हैं ओपन बॉडी लैंग्वेज के बारे में तो, एक होती है क्लोज बॉडी लैंग्वेज

और एक होती है ओपन बॉडी लेंग्वेज, अब आप पूछोगे किए ओपन बॉडी लैंग्वेज और

क्लोज बॉडी लैंग्वेज में अंतर क्या है, क्‍लोज बॉडी लैंग्वेज का मतलब होता है

हमेशा अपने आप को बंद कर लेना। 

Personality Development Course | Old Culture
Personality Development Course | Old Culture
जैसे आपने पुरानी मूवीस में देखा हूं ना ठाकुर लोग रहते थे और उनके सामने गांव का कोई व्यक्ति
सातारा तुम्हारा डरा सहमा सा बंद बंद साहू कर बोलता था जी ठाकुर साहब बोलिए, ऐसा करके तो
अगर आप क्लोज बॉडी लैंग्वेज रखते हो तो आप लाचार लगोगे इसलिए आपको ओपन बॉडी लैंग्वेज रखनी है,
तभी आपकी अच्छी पर्सनैलिटी दिखाई देंगी और आप अट्रैक्टिव दिखाई देंगे और आप दूसरों
को भी अट्रैक्ट कर पाओगे।

                 तो चलिए हम ओपन बॉडी लैंग्वेज के बारे में बात करते हैं तो पर बॉडी लैंग्वेज में सबसे पहले आती है गर्दन।

गर्दन (Neck) 
                                 तो अगर हम बात करें गर्दन की तो आप जब भी किसी से बात कर रहे हो तो आपकी
गर्दन बहुत ज्यादा बार-बार ऊपर भी नहीं होनी चाहिए और बहुत ज्यादा बार–बार नीचे भी नहीं होनी चाहिए।
आपको अपनी गर्दन हल्की सी ऊपर रखनी और ओपन रखनी है।
शोल्डर ( Shoulder ) –
                        आपको जिस प्रकार जैसे कोई व्यक्ति किसी गांव के ठाकुर के सामने आ जाता है तो
बना बना सा रहता है उस टाइप से अपने सोल्डर्स को बंद नही रखना या ऑफिस में बॉस के सामने
डरते सहमते अपने सोल्डर को बंद करके बोलना – जी सर आपने बुलाया सर कोई काम है सर,
तो इस टाइप से तो आपकी वैल्यू ही नहीं होंगी और आप लाइफ में ग्रो नहीं कर पाओगे। 
तो इसीलिए आपको सोल्डर को ओपन रखना है।
Chest ( छाती ) –
          तो हमारे सोल्डर के साथ-साथ हमारी चेस्ट मतलब की छाती भीं ओपन होना चाहिए,
तो जैसे ही आपके शोल्डर ओपन होंगे तो आपकी चेस्ट ओपन होंगी, और अगर आप सोल्डर भी
बंद कर लोगे और चेस्ट भी बंद कर लोगे तो आप जो कह रहे हो उस बात में उतना मजा नहीं आयेगा
और आपके उस बात की वैल्यू भी उतनी नहीं होगी, जितनी ओपन बॉडी लैंग्वेज के साथ होंगी।
तो अभी हमने जितने भी बॉडी लैंग्वेज के पार्ट्स के बारे में बात की आप इनको फॉलो करके
अपनी बॉडी लैंग्वेज बहुत अच्छी तरह से सुधार सकते हैं। तो आप इन सब की प्रैक्टिस अपने घर
में मिरर के सामने कर सकते हैं अपना एक छोटा सा इंट्रो बनाकर मुझे व्हाट्सएप भी कर सकते हो। 

अगर आप इस ब्‍लॉग का विडियो देखना चाहते है Personality Development Course को समझना चाहते है तो नीचे दिए गये विडियो पर क्लिक करें – 

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