Personality Development Course-तोदोस्तों आज हम एक ओर इंपॉर्टेंट टॉपिक पर बात करने वाले हैं, हम पिछले 2 टॉपिक से पर्सनैलिटी डेवलपमेंट की बात कर रहे हैं जो कि 2 तरह से बताया गया था एकदम बॉडी लेवल पर और एक तो माइंड लेवल पर।हमने माइंड लेवल पर कम्युनिकेशन स्किल सेल्फ कॉन्फिडेंस ऐसी बहुत सारी चीजें देखी थी, लेकिन हमने बॉडी लेवल पर देखा था कि हमें सबसे पहले बॉडी लैंग्वेज पर काम करने की जरूरत है, ड्रेसिंग सेंस और भी बहुत सारी चीजों पर हम पहले बात कर चुके हैं।
Personality Development Course \ Body language
| Personality Development Course | 5 Body Language Tips |
तो आज हम बात करने वाले हैं बॉडी लैंग्वेज के ऊपर, तो अब यह बॉडी लैंग्वेज होती क्या है, तो बॉडी लैंग्वेज का मतलब यह होता है कि हम अपने हैंड्स के द्वारा अपने लेग्स के द्वारा हमारे सोल्डर्स के द्वारा हमारे फेस एक्सप्रेशंस के द्वारा हम सामने वाले को कुछ कहना चाह रहे हैं या कहते हैं तो उसे हम कहते हैं बॉडी लैंग्वेज,
ध्यान रखो अगर आप किसी व्यक्ति को समझना चाहते हो जानना चाहते हो पढ़ना चाहते हो, तो आपको उसकी बॉडी लैंग्वेज पर पढ़ना पढ़ेगा, क्योंकि बॉडी लैंग्वेज कभी झूठ नहीं बोलती हे। एक इंसान आपसे झूठ बोल सकता है लेकिन बॉडी लैंग्वेज आपसे कभी झूठ नहीं बोलता
Eyebrows / Personality Development Course
तो अब बॉडी लैंग्वेज को समझने की कोशिश करते हैं, तो सबसे पहले हम बात करते हैं आइब्रोज की, तो आइब्रोज कि हम बात करें तो उसे कैसे यूज करते हैं बात करते समय, तो आपने देखा होंगा की कई बार बहुत सारे लोग बात करते हैं अगर मेरी बात ले लूं तो मेरी भी बॉडी लैंग्वेज पहले अच्छी नहीं थी कुछ लोग जैसे बात करते थे वैसे ही मैं भी बात करता था।
अगर आप अपनी आइब्रो उसको बहुत ज्यादा स्ट्रेच करते हो, तो यह आपकी बॉडी लैंग्वेज को खराब कर देती है, यह आप की वैल्यू को खराब कर देती हैl आपको आपके आइब्रोज पर काम करना चाहि। आप आइब्रोज को थोड़ा सा स्ट्रेच कर सकते हो जब आप कोई सेलिब्रिटी हो, या दूर खड़े हो और आपको आपका कोई फ्रेंड दीखता है तो आप कहते है हे, तो आपकी आइब्रो थोडी स्ट्र्रेच होती है ।
| Important Tips : Personality Development Course |
Eye contact –
Personality Development Course / Eye Contact
तो दूसरा यह है कि आई कांटेक्ट आपको मेंटेन करना है,यह जो आई कांटेक्ट है या आपको बहुत कुछ बताता है, मतलब कि यह जो आंखें हैं यह आपकी या सामने वाली की बहुत कुछ कह देती है, आपको रेगुलर आई कांटेक्ट बना कर रखना है, अब इसका यह मतलब नहीं कि आप सामने वाले को घूर रहे हो ,नहीं तो सामने वाला व्यक्ति डर जाएगा और आपको डाकू घोषित कर देगा।
तो अगर आप सामने वाले से बात कर रहे हो तो आपको रेगुलर आई कांटेक्ट बना कर रखना है। ऐसा बोला जाता है कि, लोग आंखों ही आंखों में बहुत कुछ कह देते हैं। मतलब कि सामने वाला हमसे कुछ कह रहा है और हम आंखों ही आंखों में इशारे करते हुए उसे अपनी बात कह देते हैं।
अगर आप किसी से बात कर रहे हो और उसने रेगुलर आई कांटेक्ट बना कर रखा है तो समझ जाओ कि वह व्यक्ति भरोसेमंद है और इमानदार है या वो सच कह रहा है। आई कांटेक्ट बीच-बीच में ब्रेक हो रहा है तो समझ जाओ की वो व्यक्ति बेचैन है धोखेबाज है वो धोका दे रहा है, आप देखो जब भी कोई आपसे बात करता है,
या पुलिस वाले बड़े ध्यान से ऑब्जर्व करते हैं सामने वाले को की कोन झूठ बोल रहा है सच बोल रहा है तो कोई अगर रेगुलर आई कांटेक्ट बना कर रखा रहा है तो इसका मतलब है की वो सच बोल रहा है और अगर वो रेगुरल आई कांटेक्ट बनाकर नहीं बोल रहा है तो समझ जाओ की वो झूठ बोल रहा है बेचैन है वो।डर हुआ है वो तो वो आई कांटेक्ट नही कर पायेगा और थोड़ा अटक अटक के बोलेगा l
PERSONALITY DEVELOPMENT COURSE : Cheeks ( गाल ) |
Personality Development Course – गाल / Cheeks
इसके बाद अगर हम बात करे तो बात आती है चिक्स,आपने हमेशा लड़कियों को देखा होंगा की उनको दो चीज़ बड़ी पसंद होती है एक तो सर मैडम के बच्चे और दूसरा कुत्ते के बच्चे तो ये जब स्कूल जाति है तो उससे कहती है, अले ले मेरा बाबू मेरा बच्चा या फिर कोई लड़की अपने बॉयफ्रेंड से कहती है अले ले मेरा बाबू किन्ना दुबला हो गया है तो वो क्या करती है चिक्स खींचते हुए बोलती है मतलब जो हमारे चिक्स है वो खुले हुए होने चाहिएं, और अगर आपके चिक्स ओपन नहीं है तो आप जो बात कर रहे हो उसकी वैल्यू नहीं होंगी।
तो इसलिए आप जब भी किसी से भी बात करो तो आपको आपके चिक्स ओपन रखना है। जिससे आप कॉन्फिडेंट भी दिखते हो।
कई बार ऐसा होता है ना की बहुत सारे लोग अपनी बाते दूसरे से शेयर करते है, कुछ बहुत शारी बाते बताना चाहते है और बताते भीं हैं लेकिन, बहुत सारे लोग उनकी बातो को इग्नोर कर देते है, तो क्यों इग्नोर कर देते है क्या आप की बात में क्वालिटी नहीं थी, क्या वो बात स्पेशल नही थी,
तो थी लेकिन बहुत सारे लोग उसे इसलिए इग्नोर कर देते है, क्युकी उसकी उस बात में कोई वैल्यू नहीं थी, क्युकी उसकी बात में केवल शब्द यूूज होते है बॉडी लेंग्वेज नही।
PERSONALITY DEVELOPMENT COURSE : Real smile / स्माइल : वास्तविक मुस्कान |
रियल Smile/ Personality Development Course
तो अब आप पूछोगे की रियल और फेक स्माइल क्या होती है,तो अगर कभी आप आपके टीचर से मिले जिनकी बहुत रिस्पेक्ट करते हो आप,तो उनसे जब मिलते हो आप तो बोलते हो नमस्ते सर तो आपके चिक्स खुल जाते है और एक स्माइल आ जाती है फेस पर,
और अगर आप दो ऐसे लड़कियों को लो जो एक दूसरे से जलती हो तो जब भी वाे मिलेगी वो रियल स्माइल के साथ बात नहीं करेगी वो फेक स्माइल के साथ बात करेगी। तो जब भी आपको स्माइल करनी है रियल स्माइल करनी है। तो अगर आप बोलेंगे की सर चेक कैसे करे की स्माइल रियल है या फेक है।
तो अगर कोई रियल स्माइल करता है तो उसके आंखो के नीचे झुर्रियां आ जायेगी और फेक स्माइल करेगा तो झुर्रियां नहीं आयेगी।और फिर उसके स्माइल से आप समझ सकते हो की उसके दिल में आपके लिए रिस्पेक्ट है या नहीं।
तो रियल स्माइल जब आपके फेस पर रहती तो आप बड़े अट्रैक्टिव हो जाते हो,और जब आप लोगों को देखकर रियल स्माइल करतें हो तो उन्हे भी लगता है कि आप उन्हे पसंद करते हो और बदले में फिर वो भी आपको रियल स्माइल देते है।
PERSONALITY DEVELOPMENT COURSE : Teeth /दात |
Teeth : Personality Development Course
तो अगर हम बात करें तो स्माइल के बाद आते हैं teeth तो यह आपको पता होना चाहिए कि कब कहां कितने दिखाने हैं और कितने नहीं दिखाना, अगर कोई नार्मल हंसने वाली बात हो तो वह आपको नॉर्मली ही हंसना है बहुत ज्यादा ओवर रिएक्ट नही करना हैं।
और जब बात खुलके हंसने वालीं हो तो आपको खुल के हंसना है ना की नार्मल, और बात जब मुस्कुराने की हों तो वह सिर्फ मुस्कुराना है तो ये आपको पता होना चाहिए की कब खा कितना हंसना है, तो ये तो एकदम से नही होंगा लेकिन अगर प्रैक्टिस करे तो ये जरूर होंगा।
तो अगर आप अभी जितनी चीजे बताई ये सारी चीजे अच्छे से सीख जाओगे तो आप लोगो को इंप्रेस करना भी सीख जाओगे और आसानी से इंप्रेस कर लोगे।