Superstition And faith Difference : हम बात करें अंधविश्वास की तो, अगर आप किसी की बात को मान लेते हो तो वह अंधविश्वास है, और यदि आप किसी की बात जान लेते हो तो यह विश्वास है।
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DRx Devesh Pal |
Discussion On Topic : Superstition And faith Difference
आज हम एक ओर इंपॉर्टेंट टॉपिक पर बात करने वाले हैं कि विश्वास और अंधविश्वास क्या होता है?
तो अगर हम बात करें अंधविश्वास की तो, अगर आप किसी की बात को मान लेते हो
तो वह अंधविश्वास है, और यदि आप किसी की बात जान लेते हो तो यह विश्वास है।
जैसे अगर आपसे कोई कहता है कि आप कुछ दिनों तक दूध पियोगे तो आपकी
हालत बहुत अच्छी बन जाएंगी और
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आपके सिक्स पैक आना भी स्टार्ट हो जाएंगे तो अगर आप उसकी बात मान लेते हो तो यह अंधविश्वास है,
लेकिन आप रियल में कुछ दिन दूध पी के देखते हो और अपना अनुभव और अपना एक्सपीरियंस देखते
हो कि उस व्यक्ति ने जो बात कही थी वहां सही है या गलत है तो जब उस व्यक्ति की बात को आप
जानने की कोशिश करते हो और जान लेते हो तो वह होता है विश्वास ।
तो विश्वास और अंधविश्वास में छोटा सा फर्क है होता है जो हम लोगों को देखना होता है, तो हम
समझ चुके हैं कि विश्वास और अंधविश्वास क्या होता है तो याद रखिए कि
जब भी हमें कोई बात किसी व्यक्ति से पता चलती है
तो उसे जानने की कोशिश करिए ना कि उसे मान लीजिए जब हम किसी की बात मान लेते
हैं तो वह अंधविश्वास हो जाता है और जब किसी बात को जान लेते हैं तो वह विश्वास होता है ।
तो अगर आप इस बलाॅॅग का विडियो देखना चाहते है तो निचे दिए गये लिंक पर क्लिक करें –
https://www.youtube.com/watch?v=U_qAuiKecoE
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