Discussion On Topic : How to quit bad habits ||
दोस्तो आपने देखा होगा की यदि पेड़ की पत्तियों में सड़न आने लगती है, तो
उसे सुधारने के लिए हम लोग पेड़ की जड़ पर काम करते है तने पर नहीं तो उसी
प्रकार अगर हमे बुरी आदतों से छुटकारा पाना है तो हमे बुरी आदतों के जड़ तक जाना होंगा।
बुरी आदतें बनती कैसे है ?
बुरी आदतें बनती है, बुरे विचारो से तो यहां पर हमारे माइंड में सवाल
जब हम हमारे कान के द्वारा हमारी सोसाइटी में या हमारे फ्रेंड
सर्कल में कोई
नेगेटिव बातें सुनते है, जैसे की आपके फ्रेंड बात करते है मेरे लाइफ में
तो कुछ रखा ही नहीं है, मेरी लाइफ खराब है, मैं सफल तो होना चाहता हु
पर मेरे फैमिली मेंबर्स मुझे सपोर्ट नहीं करते, मेरी फाइनेंशियल कंडीशन
सही नही है, इसलिए मैं सफल नहीं हो पा रहा हु और इसी लिए मैं
असफल हूं। तो ये सारा डाटा आपके कानों द्वारा आपके बॉडी में चला जाता है।
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2). आइस/आंखें
आंखों द्वारा जब कोई हम गलत चीजे देखते है चाहे वो T.V. के द्वारा हो या
फिर किसी सोशल मीडिया के द्वारा ,जैसे की मर्डर, रैप, या किसी प्रकार की
चोरी तो वो डाटा हमारे बॉडी में चलें जाता है।
3). नोज/नाक
जब हम नाक के द्वारा किसी खराब स्मेल को हमारे बॉडी में इंटर
करते है ,जैसे की ड्रक्स,गांजा,अफीम हेरोइन इस तरह की बुरी स्मेल जब हमारी
नोज से हमारे माइंड में जाति है तो,हमारी बॉडी में गलत डाटा इंटर होता है।
4). टंग
जब हम हमारी टंग द्वारा किसी गलत पदार्थो का सेवन करतें हैं,
जैसे की अल्कोहल, या हमारे देश में सबसे बुरी आदंत है गुटका या तंबाकू खाने की।
इससे हमारी टंग द्वारा यह गलत डाटा हमारे बॉडी में जाता है,
और हमे बुरी आदत लग जाति है।
5). टच/स्पर्स
जब हमारी सोसाइटी में या हमारे फ्रेंड सर्कल में बॉडी टच सही न हो तो
भी हमे बुरी आदत लग जाति है। अब बहुत लोगो को इसका विश्वास
नहीं होंगा, तो इसे हम लोग एक एग्जांपल के थ्रू समझते है –
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आप लोगो ने शाहरुख ख़ान को बाहें फैलाते हुएं देखा होंगा तो उसी
तरह से आप एक नेचुरल जगह पर जाइए ,और अपनी बाहें फैलाइए तो
वहां से जो पॉजिटिव एनर्जी आएंगी वो आपके बॉडी में मूव कर जाएंगी।
अब आपको ट्रस्ट हो जायेगा की टच के द्वारा भी कोई न कोई डाटा इंटर होता है।
तो जब ये सारा डाटा हमारे 5 सेंसेज के द्वारा हमारे बॉडी में इंटर होता है
तो हमे कुछ देर के लिए 5 या 10 मिनट के लिये गुड फिलिंग आतीं है,
और जब वो गुड फिलिंग आतीं है ,तब हमारे माइंड में रॉन्ग इमोशंस आते ,
तो जब हमारे माइंड में रॉन्ग इमोशंस आते है, तो उस फिलिंग्स
को पूरा करने के लिए हम लोग रॉन्ग एक्टिविटी करते है |
और जब उस रॉन्ग एक्टिविटी को हम बार–बार करतें है तो वो हमारे
सबकॉन्सियस माइंड में चली जाती है। और जब कोई चीज हमारे सबकॉन्सियस
माइंड में चली जाती है तो वो हमारी आदत बन जाति है।
और इसी प्रकार हमे एक बुरी आदत लग जाति है।
तो हमने देखा की बुरी आदत जो है वो बुरे विचारों से आतीं है ,और बुरे
विचार हमारे 5 सेंसेज के द्वारा आते है, जिससे की गुड फिलिंग आती है
और उस गुड फिलिंग के चलते हमे रॉन्ग इमोशनस आते है और रॉन्ग इमोशंस
को पूरा करने के लिए हम रॉन्ग एक्टिविटी करतें है। जिसे हम लोग
बार–बार रीपीट करके सबकॉन्सियस माइंड तक पहुंचा देते हैं
और हमारी बुरी आदत बन जाति है।
How to quit bad habits : तो इस टॉपिक में हमने देखा की बुरी आदते बनती कैसी हैं , नेक्स्ट टॉपिक में हम
कुछ टेक्निक के बारे में बात करेंगे ,जिससे आपको बुरी आदतों से छुटकारा पाने में हेल्प होंगी।