कुछ विद्वान कहते हैं कि वही काम करो जिसमें हमारा मन लगे जैसे कि
अगर मैं बात करूं कि,मुझे मर्डर करने में मजा आता है,
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DRx Devesh Pal |
Discussion On Topic –
तोदोस्तों आज हम एक और इंपॉर्टेंट टॉपिक पर बात करने वाले हैं कि विद्वानों की बात माने या ना माने,
कुछ विद्वान कहते हैं कि वही काम करो जिसमें हमारा मन लगे जैसे कि
अगर मैं बात करूं कि,मुझे मर्डर करने में मजा आता है,
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या लड़की छेड़ने में मजा आता है तो मैं वही करूं लेकिन वह सही नहीं है
लेकिन, कुछ विद्वान कहते हैं कि वह काम करो जिसमें तुम्हारा मन नहीं
लगता है फिर भी आपको वो काम करना चाहिए जैसे कि
पढ़ाई में हमारा मन नहीं लगता है,
लेकिन फिर भी हमें पढ़ाई करनी चाहिए। तो जब हम लोग बड़े हो जाते हैं तो,
एक शब्द हमे बहुत बार सुनने को मिलता है (मैच्योरिटी) जिसे हिंदी
में कहते हैं परिपक्व, तो जब हम बड़े होते हैं तो हमारे मम्मी पापा कहते हैं
कि अब मेरा बेटा या बेटी बड़े हो गए हैं समझदार हो गए हैं इसका मतलब यह है
कि हमें खुद चूस करना पड़ेगा कि किसकी बातें माननी है और किसकी बातें
नहीं माननी है तो यह आपको डिसाइड करना पड़ेगा ।
तो अगर आप इस ब्लाॅॅग का विडियो देखना चाहते है तो नीचे दिए गए लिंक पर क्ल्कि करें –
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