प्रॉब्‍लम को सॉल्‍व करने का तरीका????

  

Drx Devesh Pal
 दोस्‍तों आज हम लोग एक और इर्म्‍पोटेन्‍ट टॉपिक पर बात करने वाले है कि किसी भी प्रोब्‍लम को सॉल्‍व करने के तरीके क्‍या हो सकते है? तो जब भी हमारी लाइफ में प्राॅब्‍लम्‍स आती है तो हमारे माइंड में प्रॉब्‍लम का लेवल बहुत ज्‍यादा बड़ जाता है 


ऐसा इसिलिए होता है क्यु‍ंकि हमारे माइन्‍ड में एक ट्रिगर पॉइन्‍ट होता है जब भी हमारी लाइफ मेंं खुशियां आ‍ती है तो खुशी का लेवल बड़ जाता है जब भी हमारी लाइफ में दु:ख आता है तो दु:ख का लेवल बहुत ज्‍यादा बड़ जाता है ठीक इसी तरह जब हमारी लाइफ में प्रॉबलम्‍स आती है तो हमारे माइन्‍ड में प्रॉबलम्‍स का लेवल भी बहुत बड़ जाता है । हमारी लाइफ में एक टाइम में एक ही प्राॅॅॅॅब्‍लम आती है लेकिन हमारा माइन्‍ड पास्‍ट में जितनी भी प्रॉब्‍लम्‍स थी उन सारी प्रॉब्लम्‍स को एक साथ जोड़ने लगता है 

तो एक बात याद रखिए कि रेगि‍स्‍तान में मुण्‍डी गाड़ लेने से तुफान थमता नहीं है इसीलिए प्रॉब्लम्‍स को सॉल्‍व तो हमें करना ही पड़ेगा और सीचुएसन्‍स कैसी भी हो हमें रिएक्‍ट तो करना ही पड़ेगा ;और प्रॉब्‍लम्‍स को सॉल्‍व करने के लिए हमेंं प्रॉब्लम सॉल्‍वर तो बनना ही पड़ेगा ।वरना जि‍न्‍दगी खत्‍म हो जाती है लेकिन हमारी जिन्दगी से कभी प्रॉब्‍लम्‍स खत्‍म नहीं होती है। 


तो प्रॉब्‍लम को सॉल्‍व करने की एक प्रोसेस है जिसे हमें फाॅॅॅॅलो करनी है तो 1st स्‍टेेज में हमें पता लगाना है कि हमारी प्रॉब्‍लम है क्‍या? और उसे पेपर पर नोटडाऊन करना है । दूसरी स्‍टेेप में हमें उसका रिजल्‍ट नोट डाउन करना है मतलब जब वह दिक्‍कत हमारी लाईफ में आई  थी तो हमें किन – किन दिक्‍कतों का सामना करना पड़ा था।

 तीसरी स्‍टेप में हमें प्‍लान बनाना है और उसे पेपर पर नोट डाउन करना है और लिखना है कि हम इस प्रॉब्लम को कब सॉल्‍व करने वाले है कहा सॉल्‍व करने वाले है और कैसेे सॅाल्व करनेे वाले है फिर हमें पता लगाना है कि  इस प्रॉब्‍लम को सॉल्‍व करने के लिए हमें किन किन चिजों की आवश्‍कता होगी ; उन्‍हें इकठ्ठा  करना है । क्या इस प्रॉब्‍लम को सॉल्‍व करने के लिए कोई व्‍यक्ति हमारी मदद कर सकता है उससे सम्‍पर्क करना है ।

 फिर हमें पता लगाना है कि जब यहींं प्रॉब्‍लम किसी दूसरे व्‍यक्ति के जीवन में आई थी तब उसने इसे कैसे साॅल्‍व किया था।आप अपने आप को उस व्‍यक्ति की जगह पर रखकर सोचने की कोशिश करेगे तब हमारे माइंड में एक अलग नजरिए का जन्‍म होगा। अब इस नजरिए से हमारे मांइड में बहुुत सारे सॉल्‍यूसन आ जाएगे और इस तरह जब हम प्रॉब्‍लम्‍स को सॉल्‍व करते है ताेेे हम प्रॉब्‍ल्‍म सॉल्‍वर   बन जातेे है और हमारी प्रॉब्‍लम सॉल्‍व हो जाती है। 
तो अगर आप इस ब्‍लाॅॅग का विडियो देखना चाहते हैै तो नीचे दिए गए लिंक पर क्ल्कि करें – 
             THANKS FOR READING

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